24 साल के सौरव जोशी 80 लाख महीना कमाते हैं. परिवार की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के कारण पिता को मजदूरी करनी पड़ी. गरीबी के दिनों में 9 बार किराए का मकान बदलना पड़ा. लेकिन आज इसी परिवार को 42 लाख से ज्यादा यूजर फॉलो करते हैं. दरअसल, सौरव जोशी ने व्लॉगिंग की दुनिया में अलग पहचान बनाई है. यूट्यूब पर सौरव के चैनल के 21 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं.
बता दें कि सौरव जोशी मूल रूप से उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के रहने वाले हैं. उनके यहां तक के सफर की कहानी काफी रोमांचक है. सौरव का जन्म 8 सितंबर 1999 को कौसानी में हुआ था. सौरव के जन्म के पहले ही उनके पिता काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे. रात दिन काम करके परिवार को आगे बढ़ाया. घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए सौरव के पिता पीओपी का काम करने लगे. उन्होंने खुद कितना भी संघर्ष किया हो, लेकिन बच्चों के लिए कभी कमी नहीं होने दी.
डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर में करियर
संघर्ष यहीं खत्म नहीं हुआ. सौरव के इंटर में अच्छे मार्क्स नहीं आए ऐसे में उन्हें करियर की चिंता सताने लगी. लोगों की सलाह पर डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर में करियर बनाने के लिए दिल्ली चले गए. कोचिंग करते हुए विजुअल रिप्रजेंटेशन, पर्सपेक्टिव ड्रॉइंग इत्यादि बहुत अच्छे से सीखा. इसी दौरान उनकी दिलचस्पी ड्रॉइंग में काफी बढ़ गई. हालांकि जब कोचिंग करने के बाद भी आर्किटेक्चर में उनका सिलेक्शन नहीं हुआ तो वह घर वापस आ गए और पिता के साथ वह पीओपी का काम तक करने लगे.
सौरव ने इस दौरान भी ड्रॉइंग बनाने का काम जारी रखा. भाई की सलाह पर उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया. शुरूआत में तो सफलता नहीं मिली लेकिन आखिर में सौरव ने व्लॉग चैनल बनाया
Comments